रायपुर, 27 मई 2025 | CG Dastak
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित DMF (District Mineral Foundation) घोटाले में अब एक बड़ी कानूनी कार्रवाई सामने आई है। आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने इस मामले में विस्तृत चार्जशीट रायपुर की विशेष अदालत में दाखिल कर दी है। करीब 6000 पन्नों की चार्जशीट में कुल नौ आरोपियों को नामजद किया गया है, जिनमें कई बड़े नाम शामिल हैं।
इन प्रमुख आरोपियों में पूर्व आईएएस अधिकारी रानू साहू, पूर्व उप सचिव सौम्या चौरसिया, और खनिज कारोबारी सूर्यकांत तिवारी जैसे प्रभावशाली लोग शामिल हैं। इस चार्जशीट को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश किया गया, जिसमें सभी आरोपियों को अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
करोड़ों के गबन का खुलासा
चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि इन आरोपियों ने सरकारी DMF फंड के नाम पर भारी वित्तीय अनियमितताएं कीं और राज्य सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुँचाया। दस्तावेज़ों, बयानों और अन्य सबूतों के साथ यह बताया गया है कि कैसे सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ और उसे निजी हितों में लगाया गया।
EOW के अनुसार, यह कार्रवाई लंबे समय से चल रही व्यापक जांच का हिस्सा है और इस घोटाले से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच अभी भी जारी है। जांच एजेंसी ने संकेत दिए हैं कि आने वाले समय में और भी लोगों पर कानूनी शिकंजा कस सकता है।
क्या है DMF फंड?
DMF फंड का उद्देश्य खनन प्रभावित क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, पीने के पानी जैसी मूलभूत जरूरतों को पूरा करना होता है। लेकिन आरोपियों ने इस फंड का उपयोग निजी लाभ के लिए किया और इसे राजनीतिक संरक्षण में अंजाम दिया गया घोटाला कहा जा रहा है।
CG Dastak की विशेष रिपोर्ट:
इस मामले में राज्य की नौकरशाही और कारोबारी गठजोड़ का जो स्वरूप सामने आया है, वह प्रशासनिक पारदर्शिता पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। अब देखना यह होगा कि विशेष अदालत इस मामले में आगे क्या रुख अपनाती है और जवाबदेही की दिशा में क्या कदम उठाए जाते हैं।