रायपुर, 23 मई 2025। छत्तीसगढ़ शासन के गृह विभाग द्वारा राज्य में सड़क सुरक्षा पर वर्चुअल समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता अपर मुख्य सचिव (गृह) श्री मनोज पिंगुआ ने की। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी को लेकर चिंता जताई गई और सभी संबंधित विभागों को समन्वय के साथ प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में बताया गया कि जनवरी से अप्रैल 2025 के बीच राज्य में 5322 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 2591 लोगों की मृत्यु और 4825 लोग घायल हुए। यह आंकड़े पिछले वर्ष की तुलना में क्रमशः 5.6% दुर्घटना वृद्धि, 12.5% अधिक मृत्यु और 10.8% घायल दर्शाते हैं।
प्रमुख बिंदु:
ब्लैक स्पॉट और जंक्शन सुधार: चिन्हांकित 69 ब्लैक स्पॉट्स और 101 जंक्शनों में सुधार हेतु कार्य जारी।
कानून उल्लंघन पर कार्रवाई: पुलिस और परिवहन विभाग ने कुल 5.86 लाख मामलों में लगभग 70 करोड़ रुपये का शमन शुल्क वसूला।
स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार: घायलों के इलाज हेतु सीटी स्कैन, 24×7 एक्स-रे और इमरजेंसी दवाइयों की व्यवस्था की गई।
सड़क सुरक्षा जागरूकता: 1234 कार्यक्रमों के माध्यम से 7.19 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए।
शैक्षणिक पाठ्यक्रम में बदलाव: कक्षा पहली से दसवीं तक के पाठ्यक्रम में सड़क सुरक्षा के पाठ शामिल, स्कूलों में रोड क्लब बनाने की योजना।
सड़क रोशनी में विस्तार: 169 नगरीय निकायों में 3.72 लाख LED स्ट्रीट लाइट लगाई गईं, और 1 लाख से अधिक की स्वीकृति दी गई।
अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि हिट एंड रन मामलों में पीड़ितों को शीघ्र सहायता दी जाए और दुर्घटना की उच्च दर वाले जिलों – रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, बलौदाबाजार, सरगुजा और बस्तर – में विशेष कार्ययोजना बनाई जाए।
उपस्थित अधिकारी: बैठक में प्रमुख सचिव, संभाग आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, जिला कलेक्टर, और अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।