छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से बड़ी खबर सामने आई है। यहां कुल 24 हार्डकोर माओवादियों ने पुलिस और प्रशासन के सामने आत्मसमर्पण किया है। इनमें PLGA-2 का डिप्टी कमांडर राकेश भी शामिल है, जिस पर ₹10 लाख का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पित नक्सलियों पर कुल ₹87.5 लाख का इनाम था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति, बस्तर में सुरक्षा कैंपों की स्थापना और दूरस्थ इलाकों तक बुनियादी सुविधाओं की पहुंच से प्रभावित होकर माओवादियों ने मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। सभी आत्मसमर्पित माओवादियों को राज्य सरकार द्वारा ₹50,000 की प्रोत्साहन राशि भी दी गई है।
बीजापुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने आत्मसमर्पण को बड़ी सफलता बताते हुए अन्य माओवादियों से भी हिंसा छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने की अपील की है। आत्मसमर्पण कार्यक्रम में सीआरपीएफ, जिला प्रशासन और पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
प्रशासन का स्पष्ट संदेश है – बस्तर को नक्सल मुक्त बनाना अब केवल लक्ष्य नहीं, बल्कि सच्चाई बनती जा रही है।