रायपुर | 15 मई 2025: छत्तीसगढ़ पुलिस में भर्ती का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने वाले प्रधान आरक्षक जय कुमार वर्मा को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी वर्तमान में जीआरपी रायपुर में पदस्थ है।
क्या है मामला?
पीड़ित महेन्द्र सिंह मानसर, निवासी ग्राम परसदा, जिला जांजगीर-चांपा, ने वर्ष 2017 में पुलिस आरक्षक भर्ती के लिए अपने भाई भूपेन्द्र सिंह मानसर का आवेदन कराया था। उसी दौरान बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर आरोपी जय कुमार वर्मा से उसकी मुलाकात हुई, जो खुद को पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने वाला बताकर प्रलोभन देने लगा। जय कुमार वर्मा ने राजनांदगांव में आरक्षक पद दिलाने के नाम पर ₹10 लाख की मांग की। महेन्द्र सिंह, जो खुद विकलांग हैं, ने अपने भाई के भविष्य की खातिर कृषि भूमि गिरवी रखकर रकम की व्यवस्था की और 6 सितंबर 2018 को रायपुर के खमतराई स्थित एक घर में कुल ₹13 लाख नकद आरोपी को सौंपे:₹9 लाख – महेन्द्र सिंह द्वारा, ₹3 लाख – मनोज मिंज की ओर से ₹1 लाख – एटीएम से निकाले गए, रेलवे स्टेशन पर
फेल हुई भर्ती, नहीं मिली रकम वापस:
जब भर्ती प्रक्रिया में भूपेन्द्र सिंह और मनोज मिंज चयनित नहीं हुए, तो परिवार ने आरोपी से पैसे लौटाने की मांग की। आरोपी टालमटोल करता रहा। वर्ष 2019 में शादी के एक कार्यक्रम के दौरान आरोपी ने सिर्फ ₹2 लाख लौटाए, बाकी रकम आज तक नहीं दी।
पुलिस कार्रवाई:
पीड़ित की शिकायत पर थाना रायपुर में अपराध क्रमांक 440/25, धारा 420 भादंवि के तहत मामला दर्ज किया गया। 15 मई 2025 को आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।
गिरफ्तार आरोपी: नाम: जय कुमार वर्मा, पिता: केजूराम वर्मा, उम्र: 40 वर्ष, निवासी: ग्राम कडार, पोस्ट सेमार, थाना चकरभाठा, जिला बिलासपुर, वर्तमान पता: शांतिनायक का मकान, डब्ल्यू.आर.एस, रायपुर
पुलिस अपील:
- रायपुर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी सरकारी नौकरी के नाम पर रकम देने से पहले सतर्क रहें और ठगी की सूचना तुरंत पुलिस को दें।