दुर्ग। देशभर के 200 से अधिक जिलों में बुधवार को आयोजित की जा रही सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन छत्तीसगढ़ में केवल दुर्ग (भिलाई) जिले में किया जाएगा। यह जिला मॉक ड्रिल के लिए कैटेगरी II में शामिल है।
CG Dastak को मिली जानकारी के अनुसार, इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य संभावित युद्ध या आपात स्थिति में आम नागरिकों को बचाव और सुरक्षा से जुड़ी प्रक्रियाओं का अभ्यास कराना है। इस दौरान सायरन बजाए जाएंगे, ब्लैकआउट किया जाएगा और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का अभ्यास किया जाएगा।
राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे इस अभ्यास में मुंबई, श्रीनगर, गुजरात, उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित कई राज्यों में भी तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। मंगलवार को मुंबई के दादर स्थित एंटनी डिसिल्वा हाई स्कूल में सायरन बजाकर तैयारियों का जायजा लिया गया।
इतिहास से जुड़ा पहलू: यह कोई नया अभ्यास नहीं है। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध से पहले भी देश में इस तरह की मॉक ड्रिल की गई थी। उस समय भी सायरन बजाकर ब्लैकआउट और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास किए गए थे।
प्रशासन की अपील: जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे इस अभ्यास के दौरान सहयोग करें और घबराएं नहीं। यह पूरी तरह एक पूर्व नियोजित मॉक ड्रिल है, जिससे नागरिकों को जागरूक किया जा सके।
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