रायपुर। राजधानी में शराब तस्करी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। विधानसभा थाना क्षेत्र में पुलिस ने स्कूटी से शराब की अवैध सप्लाई कर रहे दो युवकों को गिरफ्तार किया है। खास बात यह है कि इनमें से एक आरोपी सरकारी शराब दुकान में प्लेसमेंट कर्मचारी है और उसके खिलाफ पहले भी अवैध वसूली व नौकरी लगाने के नाम पर ठगी की शिकायत सामने आ चुकी है।
विधानसभा थाना पुलिस और एंटी क्राइम यूनिट की संयुक्त कार्रवाई में दो अलग-अलग स्थानों से स्कूटी सवार दो युवकों को पकड़ा गया है। दोनों आरोपी स्कूटी में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर शराब की तस्करी कर रहे थे। जब पुलिस ने उन्हें पकड़ा तो उनके पास से कुल 460 बोतल शराब जब्त की गई।
गिरफ्तार आरोपियों में एक का नाम ओम जोशी है, जो एक सरकारी शराब दुकान में प्लेसमेंट के तहत कार्यरत बताया जा रहा है। इस व्यक्ति के खिलाफ नौकरी दिलाने के नाम पर अवैध वसूली की भी शिकायत पहले दर्ज हो चुकी है, जिसकी एक कॉपी अब सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। यह भी सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या यह सब दुकान के सर्कल इंस्पेक्टर प्रकाश देशमुख की जानकारी के बिना हो रहा था या फिर कहीं न कहीं मिलीभगत का मामला है।
सूत्रों के अनुसार, आरोपियों का एक समूह राजधानी की अलग-अलग सरकारी शराब दुकानों में कार्यरत है और संभवतः यह पूरा नेटवर्क अवैध शराब सप्लाई में लिप्त हो सकता है। इस पूरे गिरोह की जांच अब रायपुर पुलिस की स्पेशल यूनिट द्वारा की जा रही है।
जांच के मुख्य बिंदु:
- क्या सरकारी दुकान के जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी जानकारी थी?
- क्या शराब दुकान का पूरा नेटवर्क इस गोरखधंधे में शामिल है?
- क्या पहले से दर्ज शिकायतों पर कोई ठोस कार्रवाई हुई?
इस सनसनीखेज खुलासे के बाद राजधानी की सरकारी शराब दुकानों पर निगरानी और कठोर जांच की आवश्यकता और बढ़ गई है। अब देखना होगा कि पुलिस की जांच में और कौन-कौन से चेहरे सामने आते हैं।
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