रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर केंद्र सरकार और बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। शुक्रवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए आरोप लगाया कि जब भी कोई जनविरोधी मुद्दा उठाने की बारी आती है, तब ईडी (ED) की कार्रवाई शुरू हो जाती है।
भूपेश बघेल ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा:
“ED आ गई।
आज विधानसभा सत्र का अंतिम दिन है।
अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठना था।
भिलाई निवास में ‘साहेब’ ने ED भेज दी है।
(कार्यालय – भूपेश बघेल)”
भूपेश बघेल का इशारा सीधे तौर पर अडानी समूह द्वारा छत्तीसगढ़ के तमनार क्षेत्र में किए जा रहे औद्योगिक कार्यों की ओर था, जहाँ स्थानीय लोगों और पर्यावरणविदों द्वारा पेड़ों की कटाई का विरोध किया जा रहा है। बघेल का आरोप है कि केंद्र सरकार इन मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए विपक्ष के नेताओं पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब छत्तीसगढ़ विधानसभा का मॉनसून सत्र अपने अंतिम चरण में है और विपक्ष की ओर से कई महत्वपूर्ण पर्यावरणीय एवं जनहित के मुद्दे उठाए जाने की संभावना थी।
राजनीतिक हलकों में हलचल
भूपेश बघेल के इस बयान के बाद कांग्रेस समर्थकों में सरकार के खिलाफ नाराजगी और तेज हो गई है। वहीं बीजेपी की तरफ से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
क्या है तमनार मामला?
तमनार क्षेत्र में अडानी समूह द्वारा कोयला खनन और पावर प्रोजेक्ट के लिए पेड़ों की बड़े पैमाने पर कटाई की जा रही है, जिसे लेकर स्थानीय आदिवासी और पर्यावरण कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस इस मामले को लगातार विधानसभा और सड़कों पर उठाती रही है।
इस घटनाक्रम के बाद राज्य की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। देखना होगा कि आगामी दिनों में यह मामला क्या मोड़ लेता है।