महासमुंद मेडिकल कॉलेज में लूज पैकेजिंग और जंक लगे सर्जिकल ब्लेड मिलने और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के द्वारा प्रबंध संचालक को इसकी शिकायत करने की खबर ढिंढोरा24 में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद, खबर का बड़ा असर सामने आया है। CGDASTAK की खबर और मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की ओर से की गई शिकायत को सीजीएमएससीएल ने गंभीरता से लिया है। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन लिमिटेड ने प्रदेश भर में उसे बैच नंबर के सर्जिकल ब्लेड के उपयोग पर रोक लगा दी है। साथ ही उसे कंपनी के अन्य बैचों के सर्जिकल ब्लेड की जांच कराई जा रही है। आपको बता दें कि स्पष्टीकरण जारी करते हुए, छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कार्पोरेशन लिमिटेड (CGMSCL) ने कहा है कि, संज्ञान में आया है कि कुछ मीडिया संस्थानों में यह दर्शाया गया है कि, महासमुंद मेडिकल कॉलेज अस्पताल को भेजे गए सर्जिकल ब्लेड (Blade No. 22) में से कुछ पर जंग लगी हुई थी और इन्हें ऑपरेशन थियेटर तक भेजा गया। इस संबंध में CGMSCL द्वारा अपना स्पष्ट किया गया है कि, उक्त बैच (Batch No. G-409) की आपूर्ति मार्च 2024 में Goldwin Medicare Pvt. Ltd., Mumbai द्वारा की गई थी, जिसकी शेल्फ लाइफ मई 2029 तक है। यह उत्पाद प्राप्ति के समय सभी मानकों पर खरा उतरा था और भंडारण से पूर्व गुणवत्ता नियंत्रण प्रक्रिया के अंतर्गत अनुमोदित किया गया था। जैसे ही महासमुंद मेडिकल कॉलेज द्वारा 50 ब्लेड में जंग लगे होने की सूचना प्राप्त हुई, CGMSCL ने तुरंत संज्ञान लेते हुए राज्य के सभी संबंधित संस्थानों को उक्त बैच का उपयोग रोकने हेतु निर्देश जारी किए।
साथ ही संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं (DHS) एवं संचालनालय चिकित्सा शिक्षा (DME) को पत्र लिखकर सभी उपलब्ध बैचों की जांच हेतु विषय विशेषज्ञों की एक संयुक्त टीम गठित करने का अनुरोध किया गया है। जांच के आधार पर निर्माता कंपनी को नोटिस जारी कर उसकी जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। यह बताया गया है कि, प्रारंभिक जांच में यह पाया गया है कि, संबंधित उत्पाद की पैकिंग और स्थिति वितरण के समय संतोषजनक थी। CGMSCL के वेयरहाउस में उपलब्ध इसी बैच (G-409) के सर्जिकल ब्लेड की सघन जांच की गई, जिसमें यह पुष्टि हुई कि सभी नमूने जंग रहित (Rust-Free) पाए गए और ब्लेड की पैकिंग उपयुक्त पाई गई। संचयन (storage) एवं हैंडलिंग में संभावित त्रुटि की संभावना को भी जांच के दायरे में लिया गया है। महासमुंद ड्रग वेयरहाउस के सहायक प्रबंधक (Assistant Manager) द्वारा इसी बैच के सर्जिकल ब्लेड प्राप्त करने वाले अन्य तीन संस्थानों—CHC छूरा, CHC बागबहरा, एवं CHC बसना—से संपर्क कर स्थिति की पुष्टि प्राप्त की गई है। तीनों संस्थानों ने सूचित किया है कि उन्हें प्राप्त ब्लेड सही स्थिति में हैं, कहीं भी जंग नहीं पाई गई, और ब्लेड प्रयोग योग्य हैं तथा किसी प्रकार की गुणवत्ता संबंधी कोई समस्या नहीं है। बैच G-409 के सर्जिकल ब्लेड राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में वितरित किए गए हैं। परंतु अब तक राज्य के किसी अन्य संस्थान से इसको लेकर कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। प्रदेश स्तर की आपूर्ति श्रृंखला में किसी एक संस्थान में उत्पन्न हुई शिकायत को पूरे सिस्टम की विफलता के रूप में प्रस्तुत करना अनुचित है। CGMSCL राज्यभर में लाखों चिकित्सीय सामग्री की सतत आपूर्ति करता है और गुणवत्ता नियंत्रण उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। CGMSCL यह स्पष्ट करता है कि, प्राप्त शिकायत को पूर्ण पारदर्शिता एवं गंभीरता से लिया गया है। संबंधित बैच के उपयोग पर प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में रोक लगाई गई है और सर्जिकल ब्लेड के उपलब्ध सभी बैचों की पुनः जांच की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। यदि जांच में निर्माता दोषी पाया जाता है, तो उसके विरुद्ध अनुबंध की शर्तों के अनुसार आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। CGMSCL ने आमजन को यह आश्वस्त किया है कि, CGMSCL राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में विश्वास और सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु संकल्पबद्ध है तथा ऐसे मामलों में “Zero Tolerance” की नीति का पालन करता है।