दुर्ग। नगर निगम दुर्ग में फर्जीवाड़े के जरिए अनुकंपा नियुक्ति पाने के मामले में एक के बाद एक कार्रवाई हो रही है। निगम आयुक्त सुमित अग्रवाल ने इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए सहायक ग्रेड-3 भूपेंद्र गोइर को निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2020 में नगर निगम दुर्ग में की गई अनुकंपा नियुक्तियों में फर्जीवाड़े की शिकायत सामने आई थी। शिकायत की जांच के बाद निगम प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की है। इसी कड़ी में निगम आयुक्त सुमित अग्रवाल ने तत्कालीन आयुक्त एसके सुंदरानी के खिलाफ भी पत्राचार करते हुए कार्रवाई की अनुशंसा नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को भेजी है। वर्तमान में एसके सुंदरानी संयुक्त संचालक, क्षेत्रीय कार्यालय नगरीय प्रशासन एवं विकास, रायपुर के पद पर कार्यरत हैं।
इधर, आयुक्त अग्रवाल ने नियम विरुद्ध अनुकंपा नियुक्ति पाने वालों पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। भृत्य के पद पर नियुक्त नम्रता रक्सेल और सहायक राजस्व निरीक्षक प्रीति उज्जैनवार की एक-एक वेतनवृद्धि रोक दी गई है। साथ ही, इनके विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश भी जारी किए गए हैं।
सहायक ग्रेड-3 भूपेंद्र गोइर को पहले नोटिस जारी किया गया था, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उनके निलंबन का आदेश दिया गया है।
निगम आयुक्त पहले भी नियमों की अनदेखी पर कड़ी कार्रवाई कर चुके हैं। हाल ही में उन्होंने संपत्ति कर वसूली में लापरवाही बरतने वाले राजस्व विभाग के 16 कर्मचारियों-अधिकारियों की वेतन रोकने का आदेश जारी किया था। यह दर्शाता है कि निगम प्रशासन अब नियमों से कोई समझौता नहीं करेगा।
—