रायपुर। छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) ने बिलासपुर में नकल प्रकरण सामने आने के बाद अपनी परीक्षाओं के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब सभी परीक्षाओं में मेटल डिटेक्टर से जांच अनिवार्य होगी। पहले केवल हाथों से तलाशी ली जाती थी, जिससे अंतःवस्त्रों में छिपे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पकड़ में नहीं आ पाते थे। व्यापम की अध्यक्ष डॉ. रेणु पिल्ले ने सभी जिला कलेक्टरों को पत्र जारी कर परीक्षा केंद्रों पर हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, पुरुष और महिला पुलिस कर्मियों द्वारा क्रमशः पुरुष और महिला अभ्यर्थियों की तलाशी ली जाएगी।

नए नियम और ड्रेसकोड
20 जुलाई को होने वाली जल संसाधन विभाग की सब इंजीनियर भर्ती परीक्षा से नए नियम लागू होंगे। अभ्यर्थियों को हल्के रंग के आधी बांह वाले कपड़े और केवल चप्पल या स्लीपर पहनने होंगे। जूते, सैंडल, घड़ी, बेल्ट, टोपी, आभूषण, और कानों में ज्वेलरी पर पूरी तरह प्रतिबंध है। परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट पहले मुख्य द्वार बंद कर दिया जाएगा। पहले यह समय 5 मिनट पहले था। परीक्षा के शुरुआती और अंतिम 30 मिनट में वॉशरूम जाने की अनुमति नहीं होगी। अभ्यर्थियों को परीक्षा शुरू होने से 2 घंटे पहले केंद्र पर पहुंचना होगा।
नकल पर सख्ती
परीक्षा केंद्र में फुसफुसाना, इशारे करना, चिल्लाना, या अधिकारियों के निर्देशों का पालन न करने पर सख्त कार्रवाई होगी। मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच, ब्लूटूथ, इयरफोन, कैलकुलेटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लाने पर पूर्ण प्रतिबंध है। व्यापम ने नीट और जेईई की तर्ज पर नियम बनाए हैं, ताकि नकल की घटनाओं को रोका जा सके।
व्यापम की वेबसाइट पर दिशा-निर्देश
व्यापम ने नए नियमों को अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। परीक्षा नियंत्रक केदार पटेल ने बताया कि नकल रोकने के लिए सख्त व्यवस्था लागू की जा रही है। ये बदलाव व्यापम को पीएससी से भी अधिक सख्त बनाते हैं।