रायपुर। CG Dastak विशेष रिपोर्ट
देशभर के 244 जिलों के साथ छत्तीसगढ़ में भी 7 मई 2025 को एक युद्ध जैसी आपातकालीन मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। यह ऐतिहासिक अभ्यास 54 वर्षों बाद पहली बार हो रहा है, जिसमें आम नागरिकों को हवाई हमले, ब्लैकआउट और निकासी जैसी आपात स्थितियों के लिए तैयार किया जाएगा।
क्या होगा इस ड्रिल में?
एयर रेड सायरन बजेगा: जैसे ही ड्रिल शुरू होगी, शहरों में वॉर सायरन गूंजेगा।
ब्लैकआउट: कुछ क्षेत्रों में बिजली और मोबाइल नेटवर्क अस्थायी रूप से बंद हो सकता है।
निकासी अभ्यास: भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाने का अभ्यास किया जाएगा।
सिविल डिफेंस डेमो: स्कूली बच्चों और आम नागरिकों को सिखाए जाएंगे जीवन रक्षक उपाय।
छत्तीसगढ के किन जिलों में होगा यह अभ्यास?
प्राप्त जानकारी के अनुसार रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, कोरबा और रायगढ़ जैसे प्रमुख जिलों में यह ड्रिल आयोजित होगी। जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने मिलकर पूरी तैयारी कर ली है।
इसका मकसद क्या है?
गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार इस अभ्यास का उद्देश्य है—
“भारत के नागरिकों को युद्ध जैसी परिस्थितियों में बिना घबराए संयम से सुरक्षित रहने का अभ्यास कराना।”
यह ड्रिल देश की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
क्या घबराने की ज़रूरत है?
बिलकुल नहीं। यह एक पूर्व नियोजित अभ्यास है। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे इस दौरान शांत रहें और अफवाहों पर ध्यान न दें। सिर्फ आधिकारिक स्रोतों से जानकारी लें।
CG Dastak की अपील:
अपने घर में टॉर्च, पीने का पानी, रेडियो और ज़रूरी दवाएं तैयार रखें। अपने बच्चों और बुजुर्गों को सतर्क करें, लेकिन डरे नहीं।
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आपकी सुरक्षा, हमारी ज़िम्मेदारी।
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