सरायपाली – गाजे-बाजे एवं भव्य गंगा आरती के साथ गणपति की प्रतिमाओं का किया गया विसर्जन

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सरायपाली. विघ्नहर्ता गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन 5 और 6 सितंबर को बड़े ही धूमधाम से किया गया। गली-मोहल्लों और घरों में विराजित गणेश प्रतिमाओं को श्रद्धालुओं ने गाजे-बाजे, ढोल-नगाड़ों और भक्ति गीतों के साथ नदी-तालाबों की ओर ले जाकर विसर्जित किया।

 

10 दिनों तक घरों और मोहल्लों में भक्तिमय वातावरण बना रहा। 11 दिन की पूजा-अर्चना के बाद भक्ति भाव से सजाए गए वाहनों से गणेश की प्रतिमाओं को तालाबों और नदियों में ले जाकर श्रद्धापूर्वक विसर्जन किया गया। ग्रामीण अंचलों में विसर्जन के अवसर पर कीर्तन पार्टी, बैंड पार्टी, घंट पार्टी और ढोल-नगाड़ों की धुनों पर ग्रामीणों ने भक्ति में डूबकर हिस्सा लिया। कई स्थानों पर महिलाएं भोजली गीत गाते हुए भोजली और ज्वारा के साथ सिलसिला गणेश स्थापना के तीन दिन बाद से ही आरंभ हो गया था। कोई भक्त 3 दिन, कोई 7 दिन, कोई 9 दिन तो अधिकतर भक्त 9वें और 11वें दिन मूर्तियों का विसर्जन करते हैं। इस वर्ष 6 सितंबर को भी सुबह से देर रात तक मूर्तियों के विसर्जन का क्रम चलता रहा। भक्त गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ के जयकारों के साथ मूर्तियों को नदी-तालाबों तक लेकर पहुंचे, जहां आरती के बाद विसर्जन किया गया। बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए ग्रामीण अंचलों में विशेष तैयारी की गई। कई स्थानों पर मूर्ति विसर्जन के लिए क्रेन की भी मदद ली गई। विसर्जन के साथ ही भक्तों ने गणेश प्रतिमाओं में अर्पित नारियल और खीरे को भी तालाबों में प्रवाहित करने की परंपरा निभाई गई। प्रतिमाओं का विसर्जन करती नजर आई। छोटी प्रतिमाओं को लोग साइकिल, कार, बाइक में रखकर भी तालाब तक ले गए। विसर्जन का सिलसिला गणेश स्थापना के तीन दिन बाद से ही आरंभ हो गया था। कोई भक्त 3 दिन, कोई 7 दिन, कोई 9 दिन तो अधिकतर भक्त 9वें और 11वें दिन मूर्तियों का विसर्जन करते हैं। इस वर्ष 6 सितंबर को भी सुबह से देर रात तक मूर्तियों के विसर्जन का क्रम चलता रहा। भक्त गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ के जयकारों के साथ मूर्तियों को नदी-तालाबों तक लेकर पहुंचे, जहां आरती के बाद विसर्जन किया गया। बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए ग्रामीण अंचलों में विशेष तैयारी की गई। कई स्थानों पर मूर्ति विसर्जन के लिए क्रेन की भी मदद ली गई। विसर्जन के साथ ही भक्तों ने गणेश प्रतिमाओं में अर्पित नारियल और खीरे को भी तालाबों में प्रवाहित करने की परंपरा निभाई गई।

विसर्जन के अवसर पर भव्य गंगा आरती का आयोजन किया गया

सिद्धिविनायक सेवा समिति द्वारा स्थानीय जयस्तंभ पर विसर्जन के अवसर पर भव्य गंगा आरती का आयोजन किया गया लोगों ने गंगा आरती का खुब आनंद लिया।

विसर्जन के अवसर पर इंडियाज गॉट टैलेंट में शिरकत कर चुके राज बैंड बिलासपुर को आमंत्रित किया गया

मोतीया परिवार द्वारा विसर्जन के अवसर पर इंडियाज गॉट टैलेंट में शिरकत कर चुके राज बैंड बिलासपुर को आमंत्रित किया गया था लोगों ने इसका खुब आनंद लिया आपको बता दें हर वर्ष मोतीया परिवार द्वारा घुमधाम से बप्पा का विसर्जन किया जाता है इस वर्ष भी बहुत ही धूमधाम से मोतीया परिवार द्वारा बप्पा का विसर्जन किया गया

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