सरायपाली. कनकेवा गांव के बाहर सुनसान क्षेत्र में स्थित हाईस्कूल का अहाता (बाउंड्री वॉल) निर्माण कार्य पिछले दस वर्षों से अधूरा पड़ा है। इसके अभाव में न तो स्कूल का सामान सुरक्षित है और न ही परिसर में लगाए गए पेड़-पौधे। जिम्मेदारों ने आधी राशि का आहरण कर लिया, लेकिन निर्माण कार्य अभी तक अधूरा

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सरायपाली. कनकेवा गांव के बाहर सुनसान क्षेत्र में स्थित हाईस्कूल का अहाता (बाउंड्री वॉल) निर्माण कार्य के पिछले दस वर्षों से अधूरा पड़ा है। इसके अभाव में न तो स्कूल का सामान सुरक्षित है और न ही परिसर में लगाए गए पेड़-पौधे। वर्ष 2017 में अहाता निर्माण के लिए 5 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे, लेकिन तत्कालीन सरपंच अपने पांच साल के कार्यकाल में इसे पूरा नहीं कर सके

2023 में पुनः 10 लाख रुपए की राशि स्वीकृत हुई। इसमें से आधे से अधिक राशि का आहरण हो चुका केवल नींव का काम होकर पिछले तीन महीनों से निर्माण बंद पड़ा है। अहाता न होने से स्कूल के के अंदर स्थित सामग्रियां असुरक्षित हैं। अब तक तीन बार चोरियां हो चुकी हैं। पहली चोरी में कंप्यूटर, लैपटॉप और गैस सिलेंडर चोरी हुई। दूसरी बार बोर मोटर पंप प्रोजेक्टर और सामान गायब हुए। तीसरी बार फिर से प्रोजेक्ट चोरी हुई। एक बार कुछ चोर पकड़े गए और र फिर से प्रोजेक्टर चोरी हुई। सामान वापस मिला, दो चोरियों के अपराधियों का अब तक पता नहीं चला। सुनसान क्षेत्र में होने के कारण रात में स्कूल परिसर नशाखोरों का अड्‌डा बन जाता है। बारिश के दिनों में भी नशाखोरी होती है। जिसका पता सुबह शिक्षकों और बच्चों को वहां फेंके गए सामान से चलता है। बता दें कि कनकेबा, खुसरूपाली, प्रेतेनडीह मोखा पुटका और बरिहापाली के विद्यार्थियों को आठवीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए सरायपाली या भंवरपुर तक का लंबा सफर करना पड़ता था। इसलिए कनकेबा में हाईस्कूल भवन की जरूरत थी।

*अहाता न होने से स्कूल के सामान असुरक्षित*

पूर्व सरपंच और निर्माण एजेंसी खीरमोती हेतराम पटेल ने बताया कि 10 लाख रुपए की स्वीकृत राशि में से 6 लाख रुपए का आहरण हो चुका है। गर्मी में पानी की कमी के कारण निर्माण कार्य रुका था। अब उसे पुनः शुरू कर जल्द पूरा किया जाएगा

*इस मामले में स्कूल के प्राचार्य क्या कहना है देखिए*

स्कूल के प्राचार्य खीरसागर पटेल ने कहा कि अहाता न होने से स्कूल का सामान और पौधे असुरक्षित हैं। हर साल पेड़-पौधे लगाए जाते हैं, लेकिन मवेशी उन्हें नष्ट कर देते हैं। तीन बार चोरियां हो चुकी हैं। स्कूल की सुरक्षा के लिए अहाता निर्माण बेहद जरूरी ।

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