बदलते मौसम में वायरल बुखार और इंफेक्शन का खतरा बढ़ा, डॉक्टरों ने दिए सावधान रहने के सुझाव

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रायपुर | जुलाई 2025 – छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में मानसून सक्रिय है और लगातार हो रही बारिश के कारण दिन और रात के तापमान में भारी अंतर देखा जा रहा है। इस बदलते मौसम के कारण सर्दी, खांसी, वायरल फीवर, गला खराब, स्किन एलर्जी और फूड पॉइज़निंग जैसे मामलों में तेजी आई है।

शहर के कई अस्पतालों और निजी क्लीनिकों में बुखार और गले में खराश की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ गई है। डॉक्टरों के मुताबिक यह मौसम वायरल संक्रमण और बैक्टीरियल इंफेक्शन के लिए सबसे मुफीद समय होता है, इसलिए सावधानी और इम्यूनिटी पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है।

🔬 विशेषज्ञों की राय:

AIIMS रायपुर के जनरल फिजिशियन डॉ. रोहित चतुर्वेदी के अनुसार –

 “इस मौसम में अचानक भीगना, गीले कपड़ों में देर तक रहना, ठंडी चीजों का अत्यधिक सेवन और दूषित पानी पीना बीमारियों को न्योता दे सकता है। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।”

🚨 सबसे ज्यादा फैलने वाले संक्रमण:

  • वायरल बुखार
  • फ्लू (इन्फ्लूएंजा)
  • डायरिया और उल्टी
  • डेंगू / मलेरिया
  • स्किन फंगल इन्फेक्शन
  • एलर्जी और अस्थमा ट्रिगर

बचाव के उपाय:

  1. उबला या फिल्टर किया हुआ पानी ही पिएं।
  2. बारिश में भीगने पर तुरंत सूखे कपड़े पहनें और गर्म पानी से स्नान करें।
  3. ताजा और घर का बना भोजन करें, स्ट्रीट फूड से बचें।
  4. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए तुलसी, गिलोय, आंवला और हल्दी का सेवन करें।
  5. सर्दी, खांसी या बुखार होने पर खुद से दवा लेने के बजाय डॉक्टर से सलाह लें।
  6. नियमित योग और व्यायाम करें।

📣 बच्चों और बुजुर्गों का रखें विशेष ध्यान:

डॉक्टरों ने सलाह दी है कि बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग इस मौसम में विशेष सावधानी रखें क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता सामान्य से कमजोर होती है।

निष्कर्ष:

बारिश का मौसम जहां सुकूनदायक होता है, वहीं यह कई संक्रामक रोगों की शुरुआत का कारण भी बन सकता है। इस मौसम में थोड़ी सी लापरवाही बड़ी बीमारी में बदल सकती है। इसलिए सावधानी बरतें, स्वस्थ रहें।

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