
कबीरधाम। पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह (IPS) के निर्देश पर जिले में नशे के कारोबार के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कबीरधाम पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। थाना चिल्फी पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर की गई कार्रवाई में आईशर ट्रक (क्रमांक PB 02 EJ 3009) से 2 क्विंटल से अधिक गांजा बरामद किया है।
कैसे पकड़ा गया गांजा
वाहन की बारीकी से जांच में पुलिस को एक गुप्त विशेष चेंबर मिला, जिसे इतनी कुशलता से तैयार किया गया था कि सामान्य जांच में पकड़ना लगभग असंभव था। लेकिन पुलिस की सूझबूझ और सतर्कता से यह राज़ खुल गया। बरामद गांजे की कीमत 50 लाख रुपये आँकी गई है, जबकि वाहन की कीमत लगभग 20 लाख रुपये है। इस तरह कुल 70 लाख रुपये की जप्ती हुई है।
गिरफ्तार आरोपी
इस वाहन से सवार दो अंतर्राज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया गया है —
1. ईश्वर सिंह, पिता हजारीलाल सिंह, उम्र 48 वर्ष, निवासी ग्राम जाखोदा, तहसील बहादुरगढ़, जिला झज्जर (हरियाणा)
2. रामु सिंह परमार, पिता रामकुमार परमार, उम्र 32 वर्ष, निवासी ग्राम दौपुरा, तहसील बसेरी, जिला धौलपुर (राजस्थान)
दोनों पर NDPS एक्ट के तहत कठोर कार्रवाई की जा रही है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि गांजा उड़ीसा से दिल्ली ले जाया जा रहा था।
कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम
थाना प्रभारी निरीक्षक उमाशंकर राठौर के नेतृत्व में इस कार्रवाई में सहायक उपनिरीक्षक दर्शन साहू, आरक्षक जितेन्द्र चंद्रवंशी, सुनील मेरावी, पंकज यादव, अमन वाहने, मोहम्मद इरफ़ान, आंसू तिवारी, पप्पू पनागर एवं मोहित काठले की विशेष भूमिका रही।
कबीरधाम पुलिस की हालिया उपलब्धियाँ
पिछले 8 महीनों में कबीरधाम पुलिस ने नशे के खिलाफ कुल 14 प्रकरणों में 41 आरोपियों को गिरफ्तार कर लगभग सवा करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के गांजा और अन्य नशीले पदार्थ जब्त किए हैं। हाल ही में पुलिस ने प्रतिबंधित नशीली टैबलेट दवाइयों की तस्करी पर भी बड़ी कार्रवाई की थी।
SP धर्मेन्द्र सिंह का सख्त संदेश
पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने कहा —
“कबीरधाम जिले में नशे के कारोबार में लिप्त किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। यह चेतावनी केवल तस्करों के लिए ही नहीं, बल्कि उन्हें संरक्षण देने वालों के लिए भी है। पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा, ताकि जिले के युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव से बचाया जा सके।”
कबीरधाम पुलिस की यह लगातार कार्रवाई न केवल नशे के खिलाफ सख्त रुख को दर्शाती है, बल्कि तस्करों के लिए एक साफ संदेश है — अब बच निकलना नामुमकिन है।
