प्रोफेसर कॉलोनी में जलभराव से परेशान लोगों का फूटा गुस्सा, NH पर किया चक्काजाम — महापौर और आयुक्त मौके पर पहुंचे

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रायपुर, 26 जुलाई 2025 — राजधानी रायपुर में बीती रात से हो रही मूसलधार बारिश के चलते शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया है। विशेष रूप से प्रोफेसर कॉलोनी, कुकरीपारा और परशुराम नगर जैसे क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति भयावह हो गई, जिससे परेशान स्थानीय लोगों ने सुबह नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। लोगों ने प्रशासन से जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग की।

चक्काजाम की जानकारी मिलते ही रायपुर की महापौर मीनल चौबे और नगर निगम आयुक्त विश्वदीप मौके पर पहुंचे और क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने जोन 5 और जोन 6 के पार्षदों एवं अधिकारियों के साथ मिलकर प्रभावित इलाकों का जायजा लिया और राहत कार्यों को तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए।

तत्काल राहत के लिए दिए निर्देश

महापौर मीनल चौबे और आयुक्त विश्वदीप ने जोन कमिश्नरों को आदेश दिया कि जलमग्न घरों से पानी पंप के माध्यम से तुरंत निकाला जाए और जिन परिवारों के घरों में पानी भर गया है, उन्हें लंच पैकेट उपलब्ध कराए जाएं।

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों का तत्काल सर्वे किया जाए और स्थायी समाधान के लिए नए नाले निर्माण का प्रस्ताव तैयार कर भेजा जाए। जलभराव की स्थिति को देखते हुए अधिकारियों को मानसून के दौरान विशेष निगरानी और सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी निर्देशित किया गया।

नगर निगम की कार्रवाई और समीक्षा

महापौर और आयुक्त ने रायपुर नगर निगम के सभी जोनों के अधिकारियों से बात की और बारिश के कारण जलभराव की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि सफाई व्यवस्था में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सतत मॉनिटरिंग की जाए, और जनशिकायतों का समाधान पार्षदों के साथ समन्वय कर त्वरित रूप से किया जाए। महापौर मीनल चौबे ने यह भी स्पष्ट किया कि नगर निगम नाले, नालियों और सीवरेज सिस्टम की समय पर सफाई नहीं करने वाले कर्मियों पर कार्रवाई करेगा।

निचले इलाकों में हर साल की यही कहानी

प्रोफेसर कॉलोनी, परशुराम नगर और कुकरीपारा जैसे इलाकों में हर साल मानसून में यही स्थिति बनती है। यहां जल निकासी की व्यवस्था बेहद कमजोर है। नागरिकों ने कहा कि केवल चक्काजाम करने से प्रशासन सक्रिय होता है, अन्यथा वर्षों से यही समस्या बनी हुई है।

स्थानीय निवासी सुधा यादव ने बताया, “हर साल पानी हमारे घर में भर जाता है। बच्चों की पढ़ाई रुक जाती है और जरूरी सामान भीगकर खराब हो जाते हैं। जब तक स्थायी नाला निर्माण नहीं होगा, समस्या बनी रहेगी।”

CG Dastak की अपील

“CG Dastak” की प्रशासन से अपील है कि राजधानी के इन महत्वपूर्ण और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में जलभराव से निपटने के लिए दीर्घकालिक योजना बनाई जाए, ताकि लोगों को हर साल इस त्रासदी से न गुजरना पड़े।

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