मुंगेली, 10 जून 2025
छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ ACB (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) की सख्ती जारी है। इसी क्रम में सोमवार को ACB बिलासपुर की टीम ने मुंगेली जिले में पदस्थ पटवारी उत्तम कुर्रे को ₹25,000 की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा। यह कार्रवाई पटवारी के मुंगेली के सुरी घाट स्थित ऑफिस में की गई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
क्या है पूरा मामला?
बिलासपुर जिले के नगर पंचायत बोदरी निवासी टोप सिंह अनुरागी ने ACB को शिकायत दी थी कि उसकी और उसके भाई-बहनों की 1.43 एकड़ जमीन ग्राम केसली कला, जिला मुंगेली में स्थित है। राजस्व रिकॉर्ड में उसके नाम की वर्तनी “टोप” की जगह “तोप” दर्ज हो गई थी। साथ ही बहन के नाम के साथ पिता के बजाय पति का नाम जोड़ दिया गया था।
इस त्रुटि को ठीक कराने और नक्शा, खसरा, B-1 दस्तावेज प्राप्त करने के लिए जब शिकायतकर्ता ने पटवारी उत्तम कुर्रे से संपर्क किया तो उसने ₹25,000 की रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता ने रकम देने से इनकार करते हुए ACB को सूचित किया और आरोपी को पकड़वाने की योजना बनाई गई।
रंगेहाथ धराया रिश्वतखोर पटवारी
10 जून को ट्रैप टीम द्वारा योजना के तहत शिकायतकर्ता को रुपये देने के लिए भेजा गया। जैसे ही पटवारी ने रिश्वत की रकम स्वीकार की, ACB टीम ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया। उसके पास से ₹25,000 की राशि जब्त की गई और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत केस दर्ज कर न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही है।
पटवारी का नाम – उत्तम कुर्रे, निवासी दाऊपारा, जिला मुंगेली
ACB की लगातार चौथी कार्रवाई
गौरतलब है कि मुंगेली जिले में ACB की यह 6 माह में चौथी बड़ी कार्रवाई है। इससे पूर्व भी:
- प्राचार्य मालिक राम मेहर और बाबू हनी शर्मा
- राजस्व निरीक्षक नरेश साहू
- पटवारी सुशील जायसवाल व सहायक
- पुलिस विभाग के एएसआई राजा राम साहू व सहयोगी
जैसे कई अधिकारियों और कर्मचारियों को रिश्वत के मामलों में रंगेहाथ पकड़ा जा चुका है।
ACB का स्पष्ट संदेश
ACB सूत्रों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान और तेज़ किया जा रहा है और आगे भी यह सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।