धरमजयगढ़, रायगढ़।
धरमजयगढ़ के सिसरिंगा गांव के घने जंगलों में मिली एक अज्ञात शव ने पूरे क्षेत्र को सन्न कर दिया है। शव की स्थिति इतनी भयावह थी कि प्रथम दृष्टया पहचान करना असंभव लग रहा है। लेकिन इसी बीच मामला उस वक्त और अधिक पेचीदा हो गया जब परिजनों ने लापता ग्राम सचिव जयपाल सिंह सिदार से जुड़ी आशंका जाहिर की।
जयपाल सिंह सिदार 7 जुलाई को सुबह अपनी बच्ची को स्कूल छोड़ने के लिए निकले थे और उसके बाद से लापता हो गए थे। तब से लेकर अब तक परिजन और प्रशासन उनकी तलाश में जुटे थे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पाया। अब जंगल में मिले इस शव ने एक नई कड़ी जोड़ दी है, जो सीधे लापता सचिव से जा जुड़ती है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मृतक जयपाल सिंह राठिया, लैलूंगा के पूर्व विधायक चक्रधर सिदार के छोटे भाई हैं। यह संबंध इस मामले को और भी संवेदनशील और हाई प्रोफाइल बना देता है।
🌲 जंगल, मंदिर और मौत – तीनों में कोई कड़ी?
शव गांव के एक सुनसान मंदिर के पीछे झाड़ियों में छिपा हुआ मिला। जंगल की गहराई और शव की हालत देखकर स्थानीय लोगों में डर और सन्नाटा फैल गया है। जिस तरह से शव छिपाया गया था, वह किसी साजिश की ओर इशारा करता है।
🚨 पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम व फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। अधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है कि यह शव जयपाल सिंह सिदार का ही है या नहीं, लेकिन परिजनों को शक है कि यही वह लापता सचिव हैं।
❓ क्या यह एक हादसा है या सुनियोजित हत्या?
स्थानीय लोग हत्या और पुरानी रंजिश की आशंका जता रहे हैं। सवाल यह भी उठता है कि क्या जयपाल सिंह को किसी बहाने से जंगल तक बुलाया गया था? क्या मंदिर महज एक संयोग था या साजिश की योजना का हिस्सा?
📢 प्रशासन पर बढ़ा दबाव
लगातार हो रही लापता व संदेहास्पद मौतों की घटनाओं ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। परिजनों और ग्रामीणों ने गहन जांच और न्याय की मांग की है।
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🔍 CG Dastak की टीम लगातार इस मामले पर नज़र बनाए हुए है। जैसे ही फॉरेंसिक रिपोर्ट सामने आएगी, हम आपको तुरंत अपडेट देंगे।