छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में ड्रग्स तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दिल्ली से एमडीएमए (MDMA) ड्रग्स सप्लाई करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 15 ग्राम एमडीएमए बरामद किया है। इस कार्रवाई में दिल्ली के प्रमुख ड्रग्स सप्लायर्स को भी गिरफ्तार किया गया है। सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
उत्कल एक्सप्रेस से हो रही थी तस्करी
बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह, एएसपी राजेंद्र जायसवाल, एसीसीयू प्रभारी अनुज कुमार, सीएसपी निमितेश सिंह, और टीआई टीमों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि नशीले पदार्थों के खिलाफ अभियान के तहत दिल्ली से उत्कल एक्सप्रेस के जरिए एमडीएमए ड्रग्स भेजे जाने की सूचना मिली थी।
उसलापुर स्टेशन से हुई पहली गिरफ्तारी
जानकारी के आधार पर उसलापुर स्टेशन पर संदिग्ध युवक प्रदीप कुमार (सोनीपत, हरियाणा) को पकड़ा गया, जिसके पास से एमडीएमए युक्त पार्सल बरामद हुआ। पूछताछ में प्रदीप ने बताया कि यह पार्सल दिल्ली निवासी शुभम ने दिया था।
शुभम को वाराणसी होते हुए पकड़ा गया
पुलिस ने शुभम पर नजर रखी और जब उसे बिलासपुर आते हुए देखा तो रतनपुर के पास चेकिंग पॉइंट लगाकर गिरफ्तार किया गया। शुभम के साथ उसकी कार में मौजूद सुमित (दिल्ली), रितेश (मस्तूरी), और राजू (चकरभाठा) को भी हिरासत में लिया गया। कार की तलाशी में एमडीएमए की खेप बरामद की गई।
रेलवे स्टेशन में बढ़ाई गई सतर्कता
एक अन्य सूचना के आधार पर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से आ रहे युवक विवेक कुमार (करौली, राजस्थान) को रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया गया। तलाशी में उसके पास से 3 ग्राम एमडीएमए जब्त किया गया।
गिरफ्तार आरोपी:
1. प्रदीप कुमार – निवासी सोनीपत, हरियाणा
2. शुभम दत्त – निवासी दिल्ली
3. सुमित कुमार – निवासी दिल्ली
4. रितेश शर्मा – निवासी जयराम नगर, मस्तूरी
5. राजू सिंह – निवासी इंदु इमेजिका कॉलोनी, चकरभाठा
6. विवेक कुमार सुरेश कुमार – निवासी जिला करौली, राजस्थान
निष्कर्ष:
बिलासपुर पुलिस की यह कार्रवाई न केवल ड्रग्स नेटवर्क की बड़ी कड़ी को तोड़ने में सफल रही, बल्कि यह भी साबित करती है कि राज्य के अंदर और बाहर से सक्रिय ड्रग्स तस्कर अब पुलिस के रडार पर हैं। रेलवे मार्ग और सोशल नेटवर्क का दुरुपयोग कर रहे गिरोहों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।