रायपुर, 26 मई 2025। छत्तीसगढ़ के उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व से वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक उत्साहजनक खबर सामने आई है। नीलगाय और गौर (भारतीय बाइसन) का एक साथ विचरण करते हुए झुंड ट्रैप कैमरे में पहली बार दर्ज किया गया है। यह दुर्लभ दृश्य सोमवार को वन मंडल अधिकारी (DFO) वरुण जैन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किया।
वन विभाग के प्रयासों की मिली बड़ी सफलता
डीएफओ वरुण जैन ने बताया कि यह दृश्य, वन्यजीव संरक्षण के लिए किए गए सतत प्रयासों का प्रतिफल है। इस वर्ष भीषण गर्मी और अत्यधिक तापमान के बावजूद, विभाग ने जंगल में जल संकट न हो, इसके लिए समय रहते सोलर पंप की सहायता से आठ बड़े तालाबों को भरा। इससे सुनिश्चित हुआ कि वन्यजीवों को पानी की तलाश में मानव बस्तियों की ओर न आना पड़े।
जंगल में ही सुरक्षित महसूस कर रहे वन्यजीव
जल स्रोतों की उपलब्धता और शांत प्राकृतिक वातावरण ने वन्यजीवों को जंगल में ही रहने को प्रोत्साहित किया है। यही कारण है कि नीलगाय और गौर जैसे प्राणी अब झुंडों में खुले तौर पर दिखाई दे रहे हैं, जो पहले कम ही देखा जाता था। इससे न सिर्फ वन्यजीव संरक्षण को बल मिला है, बल्कि मानव-वन्यजीव संघर्ष की संभावना भी घटती जा रही है।
डीएफओ वरुण जैन की पहल बनी मिसाल
वरुण जैन की अगुवाई में टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों की सुरक्षा और देखभाल को लेकर की गई पहल, प्रदेशभर के लिए एक मॉडल बनती जा रही है। उन्होंने बताया कि आगे और भी जल स्रोत विकसित किए जाएंगे, जिससे हर मौसम में जंगल में रहने वाले जीवों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर
ट्रैप कैमरे से मिली तस्वीरें और वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वन्यजीवों के ऐसे दुर्लभ और प्राकृतिक पलों को देखना, पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य कर रहे संगठनों और आम नागरिकों दोनों के लिए प्रेरणास्पद है।